जला रहे सब सगर नगरी में घी का दिया,
सज गई जोड़ी ,अयोध्या के राम और सिया।
साकेेत नगर वासी देखो ले रहे हैं उनकी बलैया,
वारी जायें, कौशल्या,सुमित्रा केकैई तीनों मैया!
मच गई राजसी धूम देखो दशरथ की नगरिया!
देनेआयेआशीष सब देवों संग शिव-सती मैया ।
अगुआई करें इक्षवाकु दीपक,पीछे अनुज भैया!
न्योछावर वीर धनुर्धर कोआयुष्य की विशाल छैया!
जैसे भरत के आदर्श वंंशज ने चलाया प्रगति पहिया
दिया गुरुकुल टक्कर मेंअंग्रेजी विद्यालयों को”दहिया”
सनातन धर्म बचाने को जारी है आज भी वैसी प्रक्रिया!
अपनी अयोध्यानगरी ने ही बनाई है मां सी पूज्यगईया!
(स्वरचित कविता)
शमा सिन्हा
ताः। 27-12-23
देश दे रहा हमारा उनको