खुशियों की सरगम/

आजाने से तुम्हारे,मिजाज हवा का बदल जाता!

मन गीत गाता उमंग भरा,माहौल सारा रंग जाता!

शीतलता छाती अंबर पर, सूर्य संग झूमने लगता !

तुम जब आती हो मन मेरे, नशा सा है छा जाता!

एक गुदगुदी होती चित में, चेहरा खिला चमकता!

चंदन लिपट भावनाओं से,चिंतन सहज है करता।

तुम आती पल भर ही,पर सब कुछ जैसे बदलता।

बजती खुशियों की सरगम,मन नाचने है लगता!

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