जीने लगे हैं अब

कहना है उनका एक बहुत ही पुराना

लेकर आता है समय नित नूतन बहाना

कभी टूट गया था जो मेरा सपना पुराना

आज फिर जिंदा हो गया है वो याराना!

हाथ थामने की करने लगा है जिद अब

झटक कर दामन मेरा,चला गया था तब

रख कर उंगली चुप कर रहा मेरे लब,

जीने को कह रहा ,जब छूट गई उम्मीदें सब!

सोचती हूं,ये जो बाकी हैं सांसें मेरी

कर दूं तेरे हवाले,बन जाऊं तुम्हारी

मिल जायें शायद वो मंजिल हमारी

जीने लगे हैं अब फिर,कसम आपकी!

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