लेकर श्वास साथ ,
संग मिट्टी की सुगंध ,
निर्मल जल धारा पोषित ,
एक डाल पर खिलना ,
एक हवामें पेंग मारना ,
हर अनुभव साझा करना,
फिर सबको समेट कर
यादों की गठरी बनाकर
भविष्य खुशियों से भर देना,
यही है मित्रता की सौगात।
(स्वरचित एवं मौलिक)
शमा सिन्हा
4.8.24
Happy Friendship Day !